Mukesh Ji, You have got the blessings of man SARASWATI , that is the only reason that you write in such a nice way of presentation. You write very serious , touching and sentimental poetary. It is aashirwad of almighty. Thanks
Dr. Raghav, I do not think you are a normal human being, as I have heared , You are a good surgeon. Read all the poems leading to AANKHEN NUM HO JATI HAEN. Regards
प्रिय डॉ. मुकेश जी , मैंने कभी सोचा भी न था कि एक शल्य चिकित्सक , कवि भी हो सकता है . वास्तव में आपकी रचनाओं में , भावुकता , दिल के घावों को हरा कर देने वाली हैं . एक व्यक्तिगत बात , क्या सभी साहित्यकार इसी तरह के होतें हैं . आप कि सबसे अच्छी रचना " कमल सपरा जी ..." लगी , कवि ने उस कविता को आज के समाज को ध्यान में रख है . भाषा अच्छी है . आप साधुवाद के पात्र हैं . सादर.
डॉ. मुकेश राघव जी , आपका काव्य संग्रह तारिफ्फे काबिल है . इस तरह की रचनाओं से आप समाज को परोकच्छ या अपरोक्च्छ रूप से कितनी जाग्रति पैदा करने की कोशिश करतें हैं . बहुत बहुत सुक्रिया .
5 comments:
CHITRA SAHIT PRSTUTI NE RANG JAMA DIYA DR. SAHEB
Mukesh Ji, You have got the blessings of man SARASWATI , that is the only reason that you write in such a nice way of presentation. You write very serious , touching and sentimental poetary.
It is aashirwad of almighty.
Thanks
Dr. Raghav, I do not think you are a normal human being, as I have heared , You are a good surgeon. Read all the poems leading to AANKHEN NUM HO JATI HAEN.
Regards
प्रिय डॉ. मुकेश जी , मैंने कभी सोचा भी न था कि एक शल्य चिकित्सक , कवि भी हो सकता है . वास्तव में आपकी रचनाओं में , भावुकता , दिल के घावों को हरा कर देने वाली हैं . एक व्यक्तिगत बात , क्या सभी साहित्यकार इसी तरह के होतें हैं . आप कि सबसे अच्छी रचना " कमल सपरा जी ..." लगी , कवि ने उस कविता को आज के समाज को ध्यान में रख है . भाषा अच्छी है . आप साधुवाद के पात्र हैं .
सादर.
डॉ. मुकेश राघव जी , आपका काव्य संग्रह तारिफ्फे काबिल है . इस तरह की रचनाओं से आप समाज को परोकच्छ या अपरोक्च्छ रूप से कितनी जाग्रति पैदा करने की कोशिश करतें हैं . बहुत बहुत सुक्रिया .
Post a Comment